ನೀನು ನನ್ನ ಜೀವ

ನೀನು ನನ್ನ ಜೀವ
ನನ್ನ ಜೀವ ನೀನು ನಿನ್ನ ಜೀವ ನಾನು, ನಮ್ಮಿಬ್ಬರ ಜೀವದ ಭಾವನೆಗಳು ಕವಿತೆಯಾಗಿ ಮೂಡಿ ಜೀವನವ ಸುಂದರಗೊಳಿಸಿದೆ.

ಗುರುವಾರ, ಜನವರಿ 28, 2010

मेरी तन्हाई



सच्चा दिल से मै उसे प्यार करता था


ओ मुझे देखकर मुस्कुराती थी


मौन्बत्ति जैसे मेरा दिल पिघलता था


हवाके झोंके से घुन्गट में शरमाती थी


जहां में रोशन ही रोशन होता था


जब ओ पलटके देखकर हस्ती थी


उसके मुस्कान में कुछ जादू था


मोतियोंकी बारिश होने जैसी लगती थी


मेरा दिल जोरसे धड़कता था


जब ओ पास आकर I Love You कहती थी ॥


मेरे प्यारे जानू :)

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